यदि मैं पक्षी होता या मुझे पंख आ जाते यह कल्पना हम सभी ने कभी ना कभी की है। दोस्तों आज Hindi Essay इस कल्पना पर आपके लिए मैं पक्षी होता तो यह हिंदी निबंध लेकर आया है। दोस्तों चले निबंध को शुरू करते है।
यदि मैं पक्षी होता तो!।
कल हम पाठशाला की लंबी यात्रा करके आए थे इस यात्रा के कारण मैं काफी थक गया था और इसी वजह से मुझे काफी नींद आ रही थी। जैसे ही मैं सोने गया मेरे मन में एक कल्पना आई यदि मैं पक्षी होता तो!।
यह पंछी बनने की कल्पना आते ही मेरे मन में काफी सारे विचार आने लगे और मैंने सोचा यदि मैं पंछी होता तो कितना अच्छा होता और में कितनी मौज करूंगा।
और थोड़ी देर में मैं देखता हूं कि मुझे दो बड़े सुंदर पंख आ गए थे। मेरे यह दो पंख मोर पंख जैसे सुंदर और आकर्षित दिखाई दे रहे थे। और जैसे ही मैंने अपने दो पंख फैलाए मुझे ऐसा लगा कि मैं एक पंछी बन चुका हूं और अब आसमान में उडूंगा।
मैंने अपने पंख हिलाना शुरू किया और एक लंबी छलांग लगाई मुझे उडने में काफी मज़ा आया। अभी मेरे मन में एक ही विचार आ रहा था अभी मैं कहां जाऊं और क्या करूं।
मैं जब भी बादलों को देखता था तभी मुझे लगता था कैसे होंगे यह बादल, आसमान में उड़ कर बादलों में घूमने में कितना आनंद होगा पर तभी मुझे बादलों पर जाना संभव नहीं था पर अब मुझे पंख आ गए, अभी मैं एक पक्षी बन चुका हूं अब मैं जब चाहू तब बादलों में सैर कर सकता हूं।
अभी मेरे मन में विचार आया बारिश में इंद्रधनुष निकलता है वह कितना सुंदर दिखाई देता है, अब तो मैं उड़कर जाऊंगा और इस इंद्रधनुष पर बैठकर मोज करूंगा। कितना मजा आएगा, वहा!।
एक पक्षी होने के कितने फायदे है, अगर हमें कभी घर से बाहर जाना हो तो घरवालों को बोलकर जाना पड़ता है और बाहर निकले तो फिर काफी सारी भीड़ में यात्रा करनी पड़ती है। पर अब ऐसा नहीं होगा अब में एक पक्षी बन चुका हूं अब मैं जहा चाहूंगा वहा और जब चाहूंगा तब कहीं भी उड़कर जा सकता हूं।
अगर कभी भूख लगती है तो घर में कुछ बनाने के लिए कितना वक्त लगता है और कितनी मेहनत करनी पड़ती है, पर पक्षी होने के बाद मुझे सिर्फ उड़कर किसी भी पेड़ पर जाकर बैठ कर फल खाने है, अगर आराम करना हो तो आराम से किसी भी पेड़ पर सो सकते है।
पक्षी बन कर में काफी मोज करूंगा उड़कर सात समुंदर पार घूमकर आऊंगा तभी मेरे मन में विचार आया यदि में पक्षी बन गया तो क्या केवल आनंद ही आयेगा क्या ?।
तभी मेरे मन में भयानक कल्पना आई। मैं पंछी तो बन जाऊंगा लेकिन आज मानव निसर्ग नष्ट कर रहा है, बड़ी संख्या में पेड़ काटे जा रहे है, और प्रधुष्ण फेला रहा हे। ऐसे में पक्षी कहां जाएंगे और क्या खाएंगे। पक्षी तो भुक से ही मर जाएंगे।
मैं सोच ही रहा था कि तभी सारी धरती हिलने लगी और आवाज आई "अरे आलसी उठ जा कितने देर तक सोएगा"। जैसे ही मैं उठा मैंने देखा कि मेरे पंख गायब हो चुके थे फिर क्या मैंने पक्षी बनने की कल्पना छोड़ दी।
समाप्त।
दोस्तों यदि आप पक्षी होते तो आप क्या करते, हमें नीचे comment करके जरूर बताएं।
यदि मैं पक्षी होता तो यह कल्पनिक हिंदी निबंध class १,२,३,४,५,६,७,८,९ और १० के बच्चे अपने पढ़ाई के लिए इस्तमाल कर सकते है। यह निबंध नीचे दिए गए विषयों पर भी इस्तमाल किया जा सकता है।
- यदि मुझे पंख होते तो।
- यदि मैं पंछी होता।
- मुझे पंख आ जाए तो मैं क्या करूंगा।
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धन्यवाद।
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