प्रदूषण आज के युग की सबसे बड़ी समस्या है, आज ऐसी कोई चीज नहीं बची है जो प्रदूषित ना हुई हो। जल, वायु और जमीन सबकुच प्रदूषित हो चुका है जिससे काफी सारी बीमारियां फैल रही है और मानव जाति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आज हम प्रदूषण यह हिंदी निबंध लेकर आए है, तो चलिए इस हिंदी निबंध की शुरुआत करते है।
प्रदूषण।
हमने अक्सर हमारे पिताजी और बड़े लोगों को कहते हुए सुना होगा कि आज का वातावरण पहले जैसा नहीं रहा, आजकल की खाने पीने की चीजें पहले जैसे स्वादिष्ट नहीं रही। जो मनुष्य पहले अपनी जिंदगी खुशहाली से बिना किसी रोग के जीता था वह आज न जाने कितने प्रकार के रोगों से पीड़ित है, और आज लोगों की उम्र भी कम हो गई है। यह ऐसा क्यों है ? यह आपने जरूर सोचा होगा तो, इसके पीछे केवल एक ही राक्षस जिम्मेदार है और वह है प्रदूषण।
प्रदूषण यह आज के युग की सबसे बड़ी समस्या है और अभी प्रदूषण को पूरी तरह से मिटाना नामुमकिन है। आज जल, वायु और जमीन सभी कुच प्रदूषित हो चुका है और इसका कारण केवल मनुष्य ही है।
हम हमारे घर का सारा कचरा साफ करके उसे बाहर फेंक देते है। बाहर फेंके गए कचरे पर किसी का ध्यान नहीं होता वह कचरा बाहर पड़े-पड़े सड़ने लगता है और उसकी दुर्गंध वातावरण में फैल जाती है जिससे कि वायु प्रदूषित होती है। उसी कचरे पर जीव जंतु पलने लगते है और कई प्रकार की बीमारियां फैलाते है, जिसकी हानि हम मनुष्य जाति को ही होती है।
कई लोग अपने आसपास के तालाब और नदियों मैं नहाने जाते है, कई लोग यहीं पर अपने कपड़े देते है, तो कई लोग अपने पालतू जानवरो को यही नेहलाते है। इन कारणों की वजह से जल प्रदूषित होता है और गांव के लोग यही जल अपने पीने के लिए इस्तमाल करते है, जिसके वजह से वह काफी सारी बीमारियों का शिकार बनते है।
शहरों में बड़ी-बड़ी कंपनियां बड़े पैमाने पर जहरीला धूआ वातावरण में छोड़ देती है। कंपनियां अपना जहरीला पानी नालों में डाल देती है जो जाकर समुद्र में मिल जाता है जिससे जल जीवन पर प्रभाव पड़ता है। यह कंपनियां जल और वायु बड़े पैमाने पर प्रदूषित करती है।
रास्तों पर होने वाली गाड़ियों की लंबी यातायात और सभी जगह इस्तमाल किए जाने वाले लाउडस्पीकर, शादी और उत्सव में बजाए जाने वाले डीजे के कारण ध्वनि प्रदूषण होता है।
आज प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुका है जिसके कारण लोगों में नए-नए प्रकार की बीमारियां फैल रही है। आंखों मैं परेशानी होना, सुनने में दिक्कत और सांस लेने में परेशानी होना यह प्रदूषण के कारण ही हो रहा है। प्रदूषण के कारण कैंसर होना यह अब कोई बड़ी बात नहीं रही। इस राक्षस ने हमारे निसर्ग को भी नहीं छोड़ा बेमौसम बारिश इसी का परिणाम है।
यह सच है कि आज हम प्रदूषण को पूरी तरह से खत्म नहीं कर सकते पर पर इसके प्रभाव को काफी हद तक कम कर सकते है। प्रदूषण का प्रभाव कम करने के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा पड़ लगाने होंगे और कम से कम कचरा फैलाने की कोशिश करनी होगी। तभी हम आरोग्य पूर्वक जीवन जी सकेंगे।
समाप्त.
दोस्तों आप प्रदूषण से बचने के लिए क्या करते हो हमें नीचे comment करके बताइए।
प्रदूषण पर यह हिंदी निबंध class १,२,३,४,५,६,७,८,९ और १० के बच्चे अपने पढ़ाई के लिए इस्तेमाल कर सकते है। यह निबंध नीचे दिए गए विषयों पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
- प्रदूषण एक समस्या।
- जल, वायु, ध्वनि प्रदूषण हिंदी निबंध।
- प्रदूषण के परिणाम।
- पर्यावरण पर प्रदूषण का प्रभाव।
यह निबंध आपको कैसा लगा दोस्तों और अगर आपको किसी भी हिंदी विषय पर निबंध चाहिए तो हमें नीचे comment करके बताइए।
धन्यवाद।
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