School ka pehla din essay in Hindi | पाठशाला का पेहाल दिन निबंध।

दोस्तो आज Hindi Essays, हम सभी ने अनुभव किया हुआ पाठशाला का पहला दिन इस विषय पर हिंदी निबंध लेकर आए है। आपको यह निबंध आपके पाठशाला के पहले दिन की याद दिला देगा। तो चलिए निबंध शुरू करते है।

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पाठशाला का पहला दिन।

जून महीना शुरू हो गया था और अभी मुझे इंतजार था तो बस पाठशाला जाने का क्योंकी अभी जल्द ही पाठशाला शुरू होने वाली थी। पाठशाला शुरू होने के पहले मेरे पिताजी ने मुझे नए पुस्तकें और विद्यालय का गणवेश लाकर दिया था।

अभी जल्दी पाठशाला शुरू होने वाली थी, और मुझे मेरी पाठशाला का पहला दिन अनुभव करने मिलने वाला था। मुझे याद है में उस दिन में जल्दी उठ गया था और पाठशाला जाने की तैयारी करके बैठ था।

पाठशाला के पहले दिन मैने सभी चीजें नई लाई थी और मुझे वह पाठशाला ले जाने की ओढ़ लगी थी। मेरी मां ने मुझे डब्बा भर के दिया और में दौड़ते हुए निकला मेरी पाठशाला की तरफ। में विद्यालय पहुंचा तो सभी विद्यार्थी मेरे जैसे है उत्साह से पाठशाला में समय से पहले ही अगाए थे।

सभी विद्यार्थियों की एक दूसरे से पहचान हो गई और सब एक दूसरे को उन्होंने छुट्टियों में क्या किया वो बताया। पाठशाला का पहीला दिन काफी आंनद से बीत रहा था और सभी बहुत खुश थे।

पाठशाला के पहिले दिन सभी विषयो के शिक्षकों ने कुछ भी नहीं पढ़ाया और उन्होंने बस हमसे जान पहचान करके हमरे नाम जान लिए। जैसे ही डब्बा खाने का समय हुआ तो हम सभी ने मिल जुलकर अपने डब्बे में लाया हुआ खाना खाया।

ऐसा मेरा पाठशाला का पहला दिन में कभी भी भूल नहीं पाऊंगा, इस दिन मुझे एक अलग अनुभव आया और हमने बहुत मोज की। ऐसा दिन मेरे जीवन में बार-बार ऐसा मुझे लगता है।

समाप्त।

दोस्तो आपका पाठशाला का पहला दिन कैसा बीता था? और अपने क्या किया था हमे नीचे comment करके बताइए।

यह निबंध class १,२,३,४,५,६,७,८,९ और १० के बच्चे अपनी पढ़ाई केलिए इस्तमाल कर सकते है। पाठशाला का पहला दिन यह निबंध नीचे दिए गए विषयो पर भी इस्तमाल किया जा सकता है।

  • विद्यालय का पहला दिन।
  • मेरी स्कूल का पहला दिन।
  • मेरी पाठशाला का पहला दिन।

दोस्तो आपको यह निबंध कैसा लगा और अगर आपको कोई और हिंदी विषय पर निबंध चाहिए तो हमे नीचे comment करके बताइए।

धन्यवाद।

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