आज हर क्षेत्र में, हमारी देश की बेटियों ने नाम कमाया है और हमारी बेटियों की तरक्की की कोई सीमा नही, पर आज भी हमारे देश में कुछ लोग बेटियों को कम समझते है और उन्हे एक समस्या मानते है। आज हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इस विषय पर हिंदी निबंध लाए है। तो चलिए निबंध को शुरू करते है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ।
आज ये बड़ी शर्म की बात है कि हमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी मुहिम करनी पड़ रही है। जब की आज हर क्षेत्र में लड़कियां लड़कों से कम नहीं हमारी देश की बेटिया हर क्षेत्र में हमारे देश का नाम रोशन कर रही है। पर ऐसा होते हुए भी कुछ नासमझ लोग बेटियों को केवल एक बोझ समझते है और बेटियों को नहीं अपनाते।
हमें जन्म देने वाली मां है पर उससे पहले वोभी किसी की बेटी है, अगर बेटिया नहीं रहेंगी तो इस संसार का क्या होगा। अगर घर में एक भी बेटी हो तो घर में कितना सुकून होता है, और कहते है ना लड़की सीखी प्रगती हुई, क्योंकी अगर घर में कोई एक लड़की भी पढ़ लिखकर बड़ी होती है तो वो सारे परिवार को सुशिक्षित करती है। इतनाही नहीं तो बेटिया ही अपने मां बाप का सहारा होती है, वो सभी काम छोड़कर अपने मां बाप की तहे दिल से सेवा करती है। और अपना कर्तव्य पूरा करती है।
बेटियां अपने सारे कर्तव्य पूरे करती है भिर भी हमारे समाज के लोग बेटियों को एक बोझ मानते है और बेटियों को एक परेशानी के रूप में देखते है। लोग अगर बेटा होतो उसे खूब पैसा खर्च करके पढ़ाने का प्रयास करते है। पर अगर बेटी होतो लोग सोचते है की इसे पढ़ा लिखाकर और इस पर इतने सारे पैसे खर्च करके क्या फायदा ये आखिर ससुराल ही चली जाएगी।
तो कुछ लोग ऐसे भी होते है जो बेटियों को उनकी शादी करनी पड़ेगी इसीलिए बोझ समजते है, क्योंकी हमारे देश में कई जगह पर शादी में दहेज की घटिया परंपरा आज भी जारी है। इन्हीं कुछ कारणों के चलते लोग बेटियों को नहीं अपनाते और कुछ दृष्ट लोग आधुनिक तंत्रज्ञान के उपयोग करके बेटियों कि भ्रूर्ण हत्या करते है।
आज हमारे देश भर में बेटियों को बचाने केलिए हमरी सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इस नारे के तहैत काफी सारे नियोजन किए है जिससे देश की बेटियों को थोड़ी राहत मिल सके। आज सरकार जिनके घर में बेटी है उनके बैंक खाते खोलकर उनकी शादी केलिए धन राशि जमा कर रही है। बेटियों को मुफ्त शिक्षा और स्त्रियों केलिए आरक्षण केलिए सरकार ने ठोस कदम उठाए है जिससे कि सभी बेटियों को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो सके, इसी के साथ सरकारने भ्रुण हत्या को रोकने केलिए सक्त कानून बनाए है। अगर किसी को भ्रुण हत्या केलिए दोषी पाया गया तो उसे सक्त सजा सरकार दे रही है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहेत सरकार काफी कोशिश कर रही है पर वो अभी काफी नहीं, हम सभी को मिलकर लोगो में जागृत्ता फैलाने की जरूरत है और हमसे जितना हो उतना योगदान हमें इस नेक कार्य में करना चाहिए, क्योंकी बेटियां होगी तो भविष्य होगा!।
समाप्त.
तो मित्रो तुम्हे ये बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ यह हिंदी निबंध कैसे लगा, और अगर आपको किसी और विषय पर हिंदी निबंध चाहिए होगा तो हमे नीचे comment करकर बाताइए।
यह निबंध class १,२,३,४,५,६,७,८,९ और १० के विद्यार्थि अपनी पढ़ाई के लिए इस्तमाल कर सकते है।
धन्यवाद।
0 टिप्पणियाँ